ज्योतिषीय सलाह–
1.किसी की इस्तेमाल की गई वस्तु न लें।
2.उपयोग किये गए इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं तो भूलकर भी न लें।
3.दूसरे के बिस्तर पर न लेटें न सोएं।सबके घर निमंत्रण में भोजन न करें।यदि वह व्यक्ति तामसी,अपराधी,चोर,और चरित्रहीन है,तो उसके यहां कदापि भोजन ग्रहण न करें।अन्यथा आप भी भागीदार हो जाएंगे।इसमे कोई संशयः नही है।
4.केशर,हल्दी,रुमाल,अपने भाग्येश ग्रह के रंग की वस्तुएं दूसरों को न दें।
5.कभी किसी के हाँथ से नमक, कोयला,काली मिर्च,चमड़ा, और लोहा कभी न ले,अन्यथा आप उसके सारे संकट अपने पर ले लेंगे।
6.घर का कबाड़ कभी बेंचे नही,मुफ्त में दे दें,अन्यथा दरिद्रता आपके घर से कभी नही जाएगी।लोग अक्सर यह गलती करते हैं।
7.तामसिक,राजसिक,अपराधी,व्यक्ति का साथ कभी न करें।अन्यथा उसके अदृश्य प्रभाव से बच नही सकते।
8.कई महानुभाव मुझसे पूंछे हैं,की वो कुछ ऐसे दुखों से पीड़ित हैं,जिसका उनसे कोई संबंध नही है।बात बिल्कुल सही है,लेकिन क्या कभी सोचा कि मैंने किस किस का साथ किया,किस किस का खाया,क्या क्या देखा,किन किन स्थानों में गया?बस इसका ध्यान रखिये अनजानी पीड़ाओं से मुक्त हो जाएंगे। शरीर मे सोना अवश्य पहने यह नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है।
9.पत्नी संग भी पूर्ण स्वच्छता,सात्विक भाव से किया जाय,भोग भाव से नही,बल्कि त्याग भाव से करें।पत्नी के अंतःकरण की नकारात्मकता,बाहरी मलिनता,से आप निश्चित ही प्रभावित होंगे।और पत्नी आपसे।अतः यह पूर्ण ध्यान रखें।मै, और शायद मै ही यह बताने का साहस कर रहा हूँ कि इसका जबरदस्त प्रभाव होता है।लोग कहते पाए जाते हैं कि बहु आने के बाद बर्बाद हो गए,कोई कहतें हैं,इसका आना शुभ हुआ।दहेज नही,लड़की के अंतःकरण का दहेज न लो,नही तो बर्बादी नही रुकेगी।दूसरे का धन तुम्हारे घर मे क्या प्रभाव डालेगा?कभी चिंतन किया क्या।वोअपना कबाड़ तुम्हे दे रहा है,और तुम उस कबाड़ को ले रहे हो।कहते हैं,बेटी के ब्याह के बाद उस व्यक्ति को बहुत मानसिक शांति,समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।बिल्कुल सही है,क्यों कि बेटी का बाप, राहु,केतु,शनि,और अपने अन्य अनिष्टकारी ग्रहों का दान कर देता है,इसलिए उसकी बृद्धि तो होगी ही।बेटी के बाप की पूरी विपत्ति,पूरे संकट,दूल्हे के पिता जी स्वीकार कर लेते हैं।ये विज्ञान है,ये विज्ञान सम्मत है महाशय,।बस समझने का प्रयास करिये बस।मैं जो भी लिखता हूँ,शास्त्र ज्ञान के साथ जीवंत प्रमाण भी रखता हूँ।
10.रात को दूध,दही और मूली का भूलकर दान न करें।