Black Magic

Black Magic (काला जादू) क्या है? क्या हैं इसके लक्षण?

काला जादू एक ऐसी विद्या है जिसका स्तेमाल अधिकतर
लोगो को हानि ही देता है, काला जादू अदृश्य
शक्तियों का बुरा स्तेमाल है और इसमे जिन शक्तियों से मदद
ली जाती है वो भी नकारात्मक
होती हैं. इसी कारण काला जादू जिसपे किया
जाता है और जो करता है उन दोनों का ही नुक्सान
करता है. इसका कारण ये है की आप
किसी भी बुरी शक्ति से अच्छाई
की अपेक्षा नहीं कर सकते हैं.
जिस प्रकार से विज्ञान का अच्छा और बुरा दोनों इस्तेमाल होता
है उसी प्रकार प्राचीन विद्याओं का
भी अच्छा और बुरा दोनों स्तेमाल किया जाता रहा है ,
काला जादू भी चमत्कारी विद्याओं का नकारात्मक
स्तेमाल है.

Online Astrologer – Acharya Dr MSD Arya

काला जादू में स्तेमाल होने वाले सामग्रियां :
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अगर आप काले जादू से प्रभावित व्यक्तियों को देखे या उन
चीजों के बारे में पता लगाएं जिनका स्तेमाल काले जादू को
करने के लिए किया जाता है तो उससे भी आपको पता
चलेगा की ये विद्या ठीक नहीं
है , ये एक मैली विद्या है और इससे कल्याण तो
संभव ही नहीं है.
ये एक मृग मरीचिका है जिसमें दूर से अच्छा होना
दिखाई देता है पर होता नहीं है. अतः आप
इससे जीतना दूर रहें उतना अच्छा है. मेरे पास ऐसे
बहुत से लोग संपर्क में आये हैं जिन्होंने काले जादू का
स्तेमाल किया कुछ कार्यो को करने के लिए पर बुरी
तरह से खुद ही उसमें उलझ गए.
कई तो इस विद्या का स्तेमाल करके लोगो को लुटने का
ही कार्य करते हैं.
काले जादू के स्तेमाल में जिन चीजों का स्तेमाल होता
है उनमें लोहे के पिन, गुडिया, रजोधर्म के कपडे,
गंदगी, पैर के धुल, डरावने चेहरे, सरसों, टिल आदि
का स्तेमाल अधिकतर होता ही है.

Life Prediction

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कौन लोग करते हैं काले जादू का स्तेमाल:
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वो जिनको जल्दी परिणाम चाहिए, वो जिनको सिर्फ अपना
मतलब साधना है और वो भी तुरंत, वो जो
की नकारात्मक विचारधारा से ग्रस्त रहते हैं, वो
जिनको बरगलाया जाता है, वो जिनको धोखे में रखा जाता है . ऐसे
लोग अधिकतर काले जादू का प्रयोग करते हैं और करवाते
भी हैं.
ऐसे लोग जिनको तंत्र की पूरी
जानकारी नहीं है और जल्दी नाम
और शोहरत कमाना चाहते हैं वो लोग भी काले जादू
स्तेमाल करने से नहीं चुकते हैं और
जीवन काल में बुरे परिणामो को भुगतते हैं.
तो बचाए अपने और अपनों को काले जादू के दुष्प्रभाव से. खुद
भी दूर रहे और अपनों को भी दूर रखे इस
विद्या से.
अब एक प्रश्न जो अधितर लोग मुझसे करते हैं की
क्या काले जादू का प्रयोग ठीक होता है?
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तो ऊपर जितनी बाते बताई है उनको पड़ने के बाद
आपको पता चल गया होगा की काला जादू बहुत
हानिकारक है परन्तु फिर भी चलिए समझते हैं ये
कैसे कैसे हानि कर सकता है .

Shree Baglamukhi Maha yantra- For Victory over Enemies

1. काला जादू में भूत प्रेतों और अन्य नकारात्मक शक्तियों का
स्तेमाल किया जाता है जो खुद अपने कल्याण के लिए भटकते
रहते हैं तो वो किसी का कल्याण नहीं
करते और उनसे कार्य लेने वाले का भी अंत में
वही अंजाम होता है. अतः सावधान रहिये.
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2. य विद्या करने वाले और करवाने वाले दोनों का ही
नुक्सान करती है.
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3. शोध के अन्दर पाया है मैंने की जिहोने इस विद्या
का स्तेमाल किया है अज्ञानता में या जानते बुझते उनके घर में
अकस्मात् मृत्यु, रोग, विक्षिप्तता आदि प्रवेश करते हैं जिसका
कारण और समाधान डॉक्टरों के पास नहीं होता है.
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4. कई लोग दर्द्रता का अकस्मात् शिकार हो जाता हैं.
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5. कई लोग सोना भूल जाते हैं क्यूंकि कोई न कोई साया उनके
साथ रहता है ऐसा लोगो को अनुभव हुआ है.
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6. धन हानि, मान हानि, परिवार हानि स्वास्थय हानि काले
जादू के कारण व्यक्ति भोगता है.
अतः किसी भी दृष्टि से देखे काला जादू का
इस्तेमाल ठीक नहीं होता है. अगर
हम वाकई में सुखी जीवन चाहते हैं तो
हमे सही तरीके से देवी
देवताओं के अराधना से ही बदना चाहिए अन्यथा
गंभीर परिणाम भुगतने होते हैं.
आज का युग कहने को तो भौतिक है पर उच्च लोग इतने
स्वार्थी हो चुके हैं की उनको सिर्फ आपना
कार्य किसी भी हालत पूरा करना है और
उसके लिए वो कुछ भी करना चाहते हैं. अतः सावधान
रहिये. सुरक्षा के इन्तेजाम रखिये.
ध्यान रहे की काला जादू आपको नष्ट भ्रष्ट कर
सकता है और कई बार तो कुछ पता ही
नहीं चलता है.
एक अच्छा जीवन जीने के लिए दूर रहे
नकारात्मक विद्याओं से.
अगर आप परेशान है ब्लैक मैजिक से या काले जादू से तो सुरक्षा
कवच के लिए संपर्क करे तुरंत विश्वसनीय ज्योतिष से.

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कैसे पता चलेगा कि आप काला जादू के प्रभाव में हैं?? काला जादू के प्रभाव के कुछ लक्षण..
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काला जादू हिंदू धर्म में ज्यादा मानते है
काला जादू और हिंदू धर्म का नाता पिछले कई युगों से चला आ रहा है। इन्हे करने वालों को तांत्रिक या अघोरी बाबा कहा जाता है जो रात
के दौरान विशेष पूजा करते हैं। हिंदू धर्म में ये सबसे ज्यादा होता है।
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ऊर्जा
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काला जादू शरीर में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है। ये शक्तियां बाहरी व्यक्ति के द्वारा भेजी
जाती हैं जो उस व्यक्ति पर आतंरिक प्रभाव डालती है.

Prashna Kundli by Acharya Arya

तांत्रिक
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तांत्रिक जिस प्रकार पूजा करते हैं, वह आज भी रहस्य बना हुआ है। वास्तव में तांत्रिक बुरी आत्माओं को बुलाते है
और फिर उनसे अच्छी आत्माओं या किसी व्यक्ति को परेशान करने के लिए कहते हैं। जिस व्यक्ति को वह परेशान
करना चाहते हैं, उसका कोई कपड़ा, बाल या कुछ भी निशानी चाहिए होती है। अगर एक बार भी
बुरी आत्मा परेशान करना शुरू कर देती है तो अच्छा व्यक्ति भी बेहाल हो जाता है।
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काला जादू का प्रभाव
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काला जादू का प्रभाव बहुत विकराल होता है। इसके प्रभाव के कारण व्यक्ति के स्वभाव में बहुत ज्यादा परिवर्तन आ जाता है। उसका स्वास्थ्य
बिना वजह ही ठीक नहीं रहता है। कई बार, घरों में तुलसी के पत्ते सूख जाते है जबकि
उनकी बहुत केयर की जाती है, या प्रभावित व्यक्ति का नाखून अपने आप ही काला पड़ने
लगता है।
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वैज्ञानिक कारण
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काला जादू गैर वैज्ञानिक घटना नहीं है। वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका है कि किसी बाहरी के द्वारा
किसी के लिए ज्यादा नकारात्मक सोच, उस व्यक्ति पर बुरा प्रभाव आसानी से ड़ाल सकती है और मानसिक
स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती है।
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काला जादू के प्रभाव के महत्तवपूर्ण लक्षण:-
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आज हम आपको काले जादू के लक्षणों के बारे में बताते है। काले जादू के रोग और वैसे रोग में अंतर सिर्फ इतना होता ह की ये रोग
शारारिक नहीं मानसिक होता वो और वो शारारिक होता ह जैसा की आप सभी जानते है। की शारारिक
रोगो के भी कुछ लक्षण होते है उसी प्रकार मानसिक रोग के भी लक्षण होते है। आइये ऐसे कौन कौन से
लक्षण है जिससे हमे पता चल जाये की ये सभी काले जादू के लक्षण है।
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काले जादू के लक्षण
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1 . इसका एक मैन लक्षण है की ग्रसित व्यक्ति का अपने पर काबू नहीं रहता वो कुछ भी कर सकता
है जैसे की वो पत्थर में सर मरकर अपना सर फोड़ सकता है, या ऊपर से कूद कर अपनी जान दे सकता है और
इसी तरह का कोई भी कार्य जिस से उसकी जान भी जा सकती है।
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2. अगर आपको सपना आता है और उसमे आप पेसाब या किसी भी प्रकार की कोई भी
गन्दगी को
अपने ऊपर देखना।
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3. अगर आपके सर में दर्द हो रहा है तो यह भी काले जादू के लक्षण है ।
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4. अगर आपका पूरा शारीर दुःख रहा है या शारीर में किसी भी प्रकार की कोई
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पीड़ा है तो ये भी एक लक्षण है ।
5. अगर आपकी पीठ और गुर्दो में दर्द हो रहा है तो भी आप इसकी चपेट में है।
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6. यदि आपके पुरे शारीर में आग लगी हुई है और उसके कारन आपका पूरा शारीर तप रहा है।

Shri Navgrah Yantra

7. यदि आपकी आँखों में भी जलन हो रही है और आपको बार बार पेसाब भी आ रहा है ।
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8. आपके ह्रदय का तेज़ तेज़ धड़कना और आपको लगे की आपको सास लेन में दिक्कत हो रही है उससे आपको
घबराट भी और लगातार आपकी छाती में दर्द रहना ये भी एक लक्षण हो सकता है ।
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9. काले जादू का एक लक्षण ये भी होता है की आप चीड़ चिढ़े सभाव के हो जायेगे आपका
किसी के साथ भी बाते करने का मन नहीं करेगा.
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10. आपके मुह का रंग पिला पड़ना ये भी एक कारन ह की जितना ज़ोर दर जादू होगा आपके मुह का रंग उतना
ही पिला पड़ता जायेगा आप दिन प्रतिदिन अपने आपको कमज़ोर महसूस करेंगे।
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11. सुख का अनुभव नहीं होगा अगर आपके पास भरपूर सुख है और फिर भी आप दुखी ह आपको
किसी भी प्रकार का कोई भी सुख आनंद नहीं दे सकता।
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12. बार बार भूख लगना आप जो भी खाए पिये वो जल्दी ही पांच जाये जिसके कारण आपको भूख लगे।
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13-सतत बीमारी. सभी उपचार असफल.
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14-लगातार चिंता , आत्महत्या की प्रवृत्ति,घर और परिवार से स्थानांतरित होने की इच्छा.
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15-परिवार के किसी भी सदस्य की सतत बीमारी.
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16-किसी भी शारीरिक कमी के बिना या किसी भी चिकित्सा कारण के बिना
बाँझपन,.
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17-गर्भपात या बच्चों की मौत.परिवार में अचानक अस्वाभाविक मौत
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18-घर, कारखाने या किसी अन्य इमारत के निर्माण में कोई समस्या.
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19-कठिन परिश्रम के बावजूद पैसे की तकलीफ,.
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20-जीने की कोई इच्छा नहीं . घुटन होती है. जीवन बेकार लगता है.
जीवन में वृद्धि करने के लिए कोई इच्छा नहीं .
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21-बिना किसी कारण के भाई या परिवार के अन्य सदस्यों के बीच अचानक झगड़े,.
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22-उद्देश्यों की प्राप्ति असंभव लगता है. व्यापार में हानि.
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23-जीवन साथी या परिवार के बीच कलह दुश्मनों का भय
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24-कड़ी मेहनत के बावजूद गरीबी
अगर कोई ऐसी बिमारी या रोग उत्पन्न हो जो अत्यंत पीड़ा दे, दिन ब दिन शरीर में
कमजोरी दे, रिपोर्टस नॉर्मल हों व दवाई अपना असर देना बंद कर दे तो निश्चय ही आप काला जादू के प्रभाव में हो
सकते है.
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काला जादू व कुंडली के हर तरह के दोष हटाने के लिए कुछ लाभकारी कवच, यंत्र व रत्न..

Varshphal Report

कुंडली से सर्व दोष हटाने, भूत प्रेत बाधा व काला जादू के प्रभाव को निष्फल करने वाले प्रभावी कवच, यंत्र व रत्न..
मनुष्य जब कुंडली में स्थित दोष जैसे कालसर्प दोष, अंगारक दोष, पितृ दोष, ग्रहण दोष, चांडाल दोष, या खराब शनि/राहु/केतु से
पीड़ित होता है तो भूत-प्रेत, काला जादू, अथवा नजर, हाय या किसी दुष्ट आत्मा के जाल में फंस जाता है तब
उसकी समस्या का समाधान करना दुष्कर कार्य होता है।
ऐसे दोष वाले व्यक्तियों को जीवन भर अनेक प्रकार के कष्टों को भोगना पड़ता है. ऐसे में बाधित व्यक्तियों को ज्योतिषीय
सामग्रियों के धारण या पूजन से अवश्य लाभ मिलता है।
आज हम आपको कुछ ऐसे प्रभावकारी रत्न, कवच व यंत्रों के बारे में बताऐंगे जिन्हे धारण करने से मनुष्य की
कुंडली से किसी भी तरह के दोष,काला जादू का प्रभाव तुरंत खत्म होता है तथा व्यक्ति जीवन
में तरक्की की ओर अग्रसर हो पाता है.
१) नजर सुरक्षा लाॅकेट :-
स्वास्थ्यवर्द्धक और जीवन की बाधाओं को हटाने वाला लाॅकेट है। बुरी नजर से बचाव करता है। तंत्र-
मंत्र-जादू, टोने के दुष्प्रभाव को काटता है व शनि दोष, साढ़ेसाती, ढैय्या की अवधि में, विशेष रूप से शुभ रहता है। नजर
दोष निवारक लाॅकेट पूर्ण श्रद्धा और विश्वास से धारण करने पर धारक की सभी पराबाधाओं का निवारण होता है। इसके
चमत्कारिक प्रभाव से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में वृद्धि होती है तथा सकारात्मक ऊर्जा का संचार धारक को आशा
और उन्नति की ओर लेकर जाता है।
२) बाधामुक्ति कवच :-
बाधामुक्ति कवच पांचमुखी, तेरहमुखी तथा गणेश रुद्राक्ष के संयुक्त मेल से बनाया गया है। तेरह मुखी
रुद्राक्ष विश्वेश्वर का प्रतीक होने के कारण सभी बाधाओं को नष्ट करता है। पांचमुखी रुद्राक्ष, महारुद्र
स्वरूप है और पाप, ताप आदि अशुभ बाधाओं से रक्षा करता है। गणेश रुद्राक्ष विघ्नेश्वर का स्वरूप होने के कारण जीवन में आने
वाली सभी विघ्न-बाधाओं को दूर करता है। इस बाधामुक्ति कवच को धारण करने से धारणकर्ता के जीवन में
आने वाली सभी बाधाओं का निराकरण होता है।
३) काले घोड़े की नाल :-
घर में मुख्य दरवाजे पर काले घोड़े की नाल लगाने से नजर दोष दूर होता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में
शनि की ढैय्या, शनि की साढ़ेसाती, शनि की दशा चल रही हो, उन व्यक्तियों के लिए
शनि उपाय करना विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकता है। घोड़े की नाल शीघ्र सफलता प्रदान करने के
लिए प्रसिद्ध है। मोटर वाहन में सामने लगाकर प्रतिष्ठित किया जाये, तो दुर्घटना की आशंका कम होती है। काले घोड़े
की नाल की अंगूठी काले घोड़े की नाल की अंगूठी नीच
कर्मों से दूर रखती है तथा भूत-प्रेत, टोना, टोटका, नजर दोष आदि से बचाती है। एवं परिवार में कलह-पीड़ा
नहीं होती। यह नौकरी पेशावालों के लिए भी उपयोगी है। ज्योतिष के अनुसार शनि
जीवन में कई बार ढैय्या, साढ़ेसाती, महादशा व अंतर्दशा के रूप में प्रभावी होते हैं। इस स्थिति में काले घोड़े
की नाल अंगूठी में धारण करना शनि दोषों का निवारण करता है।

 

 

४) काला हकीक :-
घर से दरिद्रता दूर करने के लिए काले हकीक की माला को पूजा घर में स्थित माता लक्ष्मी के चित्र पर चढ़ा
दें। ऐसा करने से साधक की आर्थिक स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होना शुरू हो जाएगा। काले हकीक
की माला पर हनुमान मंत्र का जप करने से शत्रु बाधा और प्रेत बाधा का निवारण होता है। जन्म पत्रिका में शनि अकारक होने पर
तथा शनि से संबंधित वस्तुओं के व्यापारियों को शनि उपासना नियमित रूप से करनी चाहिए। काले हकीक की
माला पर शनि के मंत्र का जप करना अत्यंत लाभकारी रहता है।
५) बगलामुखी यंत्र :-
बगलामुखी यंत्र द्वारा शत्रुओं पर विजय व वांछित सफलता प्राप्त हो सकती है। बगलामुखी यंत्र
बुरी शक्तियों से बचाव के लिए अचूक यंत्र है। बगलामुखी यंत्र अकाल मृत्यु, दंगा फसाद, आपरेशन आदि से बचाव
करता है। इसे गले में पहनने के साथ-साथ पूजा घर में रख सकते हैं। अपनी सफलता के लिए कोई भी व्यक्ति इस
यंत्र का उपयोग कर सकता है।
नोट :-
जिनकी कुंडली में चन्द्रमां क्षीण, अस्त, दुर्बल, नीच, कमजोर या अपनी शत्रु
राशी में हो अथवा बुरे ग्रहों से दृष्ट हो वो व्यक्ति बगलामुखी कवच कभी भी धारण ना करें और
ना ही मां बगलामुखी की अर्चना या साधना करें अन्यथा विपरित फल मिलेंगे.
६) श्री भैरव यंत्र :-
भैरव यंत्र के सहयोग से आप भैरव जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। भैरव यंत्र भूत-प्रेत, काले जादू के
प्रभाव को दूर करने में सहयोग करता है, तंत्र-मंत्र की नकारात्मक शक्तियों से व्यक्ति को बचा कर रखता है तथा सकारात्मक
शक्तियों की शुभता बनाए रखता है। श्री भैरव यंत्र स्वास्थ्य सुख देने वाला यंत्र है। इस यंत्र से आप अपने ऋण,
रोग पर विजय प्राप्त करने में सफल हो सकते है। व्यावसायिक समस्याओं का निवारण करने में भी भैरव यंत्र लाभकारी
सिद्ध होता है। श्री भैरव यंत्र के सभी शुभ फल प्राप्त करने के लिए इस यंत्र की नियमित रूप से पूजा
करनी चाहिए।
७) सम्पूर्ण बाधामुक्ति यंत्र :-
शत्रुओं पर विजय, मुकद्दमे में जीत, रुके कार्यों में सफलता और बुरी नजर से बचाव के लिए संपूर्ण बाधामुक्ति यंत्र
बहुत प्रभावशाली है। इससे जातक का चोट, दुर्घटना, दुर्भाग्य आदि से बचाव होता है। जातक का प्रभामंडल उज्जवल होता है।
संपूर्ण बाधामुक्ति यंत्र में महामृत्युंजय यंत्र, बगलामुखी यंत्र, नवग्रह यंत्र, वशीकरण यंत्र, वाहन दुर्घटना नाशक
यंत्र, शनि यंत्र, राहु और केतु यंत्र, वास्तु दोष निवारण यंत्र, गणपति यंत्र और कालसर्प यंत्र सम्मिलित हैं।
८) श्री गीता यंत्र :-
संपूर्ण जगत में श्रीमदभगवत गीता का पाठ अति लाभप्रद है। गीता पाठ करने वालों को यह यंत्र अवश्य
ही अपने पास रखना चाहिए। यंत्र के सम्मुख गीता पाठ करने से सहस्त्रोगुण से अधिक फल मिलता है। पाठ करने में
असमर्थता होने पर यंत्र के सम्मुख शुद्ध मन से तुलसी या पंचमुखी रूद्राक्ष की माला पर जप करना
विशेष लाभ देता है। गीता यंत्र पर प्रतिदिन ग्यारह की संख्या में बिल्वपत्र अर्पण करने से लक्ष्मी
जी संतुष्ट होकर लाभवृद्धि करती हैं। घर में शांति का वातावरण बना रहता है। गीता यंत्र की
उपासना से भूत-प्रेत एवं पितृ दोष की शांति होती है तथा गीता यंत्र की उपासना से विद्या प्राप्ति
होती है।
९) हनुमान कृपा यंत्र :-
जो व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना चाहता है। उसे प्रतिदिन इस यंत्र का पूजन करना चाहिए। इसके
अतिरिक्त जिन व्यक्तियों की कुंडली में मांगलिक योग हो, उन व्यक्तियों के लिए इस यंत्र का पूजन करना
लाभकारी सिद्ध हो सकता है। श्री हनुमान कृपा यंत्र के नियमित पूजन से सभी प्रकार की
ऊपरी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। ऊपरी बाधा, नजर, टोना-टोटका, भूत-प्रेत आदि की शांति एवं
इनसे होने वाले कष्टों से बचने के लिए लोबान, गंधक, राई एवं काली मिर्च को हनुमान यंत्र के ऊपर से 7 बार फेर कर घर के प्राणियों
के पास रखने से ऊपरी बाधाएं नष्ट होती हैं।

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१०) ग्यारहमुखी रूद्राक्ष :-
यह 11 रुद्रों एवं भगवान शंकर के ग्यारहवें अवतार संकटमोचन महावीर बजरंगबली का प्रतीक है। इसे
धारण करने वाले व्यक्ति को सांसारिक ऐश्वर्य और संतान सुख प्राप्त होता है और उसकी सारी ऊपरी बाधाएं
दूर होती हैं।
११) तेरहमुखी रूद्राक्ष :-
तेरहमुखी रुद्राक्ष साक्षात इंद्र का स्वरूप है। यह कार्तिकेय के समान समस्त प्रकार के ऐश्वर्य देता है और कामनाओं
की पूर्ति करता है। इसे धारण करने से व्यक्ति सभी प्रकार की धातुओं एवं रसायनों की सिद्धि
का ज्ञाता हो जाता है। कुछ विद्वानों के अनुसार कामदेव को भी तेरहमुखी रुद्राक्ष का देवता माना गया है। इसका प्रभाव
शुक्र ग्रह के समान होता है। यह निःसंतान को संतति प्रदान करने वाला, सुख, शांति, सफलता एवं आर्थिक समृद्धि प्रदायी रुद्राक्ष
है।
१२) पंद्रहमुखी रुद्राक्ष :-
पंद्रहमुखी रूद्राक्ष विशेष रूप से नजर दोष और भूत बाधा से मुक्ति प्राप्ति के लिए धारण किया जाता है।
१४) बीसमुखी रुद्राक्ष :-
बीसमुखी रुद्राक्ष को जनार्दन स्वरूप कहा गया है। इसे धारण करने से भूत, पिशाच आदि का भय नहीं
रहता। साथ ही क्रूर ग्रहों का अशुभ प्रभाव भी नहीं पड़ता है। वह श्रद्धा एवं तंत्र विद्या के जरिए
विशेष सफलता प्राप्त करता है। उसे सर्पादि विषधारी प्राणियों का भी भय नहीं होता है।
१३) ब्लयू गन मैटल स्टोन :-
यह स्टोन साधना,तंत्र मंत्र व आत्माओं को अपने अधीन करने के लिए धारण किया जाता है.
कुंडली में ग्रहण दोष को दूर करने के लिए धारण किया जाता है.
१४) पीला लाज़ुली स्टोन :-
यह सऊदी अरब से मिलने वाला रत्न है.भारत में यह सिर्फ गहरे नीले रंग में ही मिलता है. इसका प्रयोग
ऊपरी बाधा को दूर करने, कुंडली से पितृ दोष व नीच के गुरू को सही करने के लिए धारण किया
जाता है. जो व्यक्ति बगलामुखी साधना नही कर सकते वे अपने शत्रुओं के दमन हेतु, मुकद्में में विजय प्राप्ति या
प्रतियोगिता जीतने के लिए धारण कर सकते हैं.
१५) ब्लैक कैट आई स्टोन :-
कुंडली से काल सर्प दोष, चांडाल दोष, नीच का लग्न, राहु/केतु की नीचता व शनि
की साढ़ेसाती को दूर करने के लिए यह स्टोन पहना जाता है. यह भारत में धुमिल रंग या हल्के हरे रंग में
ही उपलब्ध है. इस स्टोन को धारण किए व्यक्ति पर ऊपरी बाधा, जादू टोना, यंत्र तंत्र असर नहीं करते.
जीवन में अालौकिक शक्तियों व गुप्त विद्याओं को हासील करने के लिए यह स्टोन बहुत उपयोगी होता है.
१६) लाल हकीक :-
कुंडली से अंगारक दोष, मांगलीक दोष, व मंगल की अशुभता के दूर करने,
जमीन,पुश्तैनी मकान व जायदाद संबधी किसी भी विष्य के लिए इसे धारण किया जाता
है. दुर्घटनाओं से बचाव व घर में बिजली के उपकरणों में बार बार होने वाली हानि को रोकने के लिए भी इसका
प्रयोग किया जाता है.
१७) सफेद लैपिज़ स्टोन :-
यह स्टोन प्रेम में सफलता प्राप्त करने, प्रेम विवाह, शुक्राणुओं की कमी, संतान योग प्राप्ति, संभोग में लंबे समय
तक बने रहने, विदेश यात्रा, सैक्स संबंधित गुप्त रोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए पहना जाता है. यह अति
प्रभावकारी स्टोन है.
नोट :- जब आप कोई भी यंत्र, कवच, रत्न पहनते हैं तो उसकी पहले अच्छे से जांच करलें कि क्या यह वाकई
असली है या वह अखंडित तो नहीं?
आजकल लोग सस्ते के चक्कर में या चंद रूपयों की बचत करने के लिए सस्ते स्टोन या नकली स्टोन
खरीदकर पहन लेते हैं. कई दुकानदार व ऐजेंट भी ऐसे होते हैं जो आपको असली स्टोन दिखाकर
उसकी पूरी रकम भी वसूल लेते हैं तथा बाद में नकली स्टोन आपको दे देते हैं.
हमारे पास ऐसे बहुत से केस रोज देखने में मिलते हैं.
अब जब आप खुद नकली स्टोन यंत्र या कवच धारण करलें उसके बाद वह तो विपरित फल ही देगा, और उसमें बदनाम
हो जाते हैं ज्योतिषी जी कि उन्होंवे ये स्टोन पहनने को बोला था, हमने इतना खर्चा करके पहना भी और
हमको काफी नुक्सान हो रहा है . दुकानदार से जाके कोई नहीं पुछेगा.
कुछ दुकानदार स्टोन कवच या यंत्रों के साथ फर्जी सर्टीफिकेट भी देते हैं और हम खुश हो जाते हैं कि
अब तो शत प्रतिशत यही असली है. लेकिन आपका ऐसा सोचना गलत है. किसी भी दवाई के
लिए अगर कोई पुरानी डेट का या ज्यादा दाम का बिल कटवाना हो तो ये मिनटों का काम है आज के वक्त में. अब जिसने ठगी
करनी हो वो इंतजाम भी पुख्ता ही करता है ताकि सामने वाे को रत्ती भर भी एहसास
ना हो पाए कि वो ठगे जा रहे हैं. इसलिए स्टेन लेते वक्त इन बातों का पूरा ध्यान रखें. आपकी छोटी सी
लापरवाही बहुत बड़े नुक्सान का कारण बन सकती है.

Gemstone Suggestion

दूसरी और अहम बात कि कोई भी यंत्र, कवच या रत्न धारण करने से पहले उसपर अपने नाम का संकल्प करवाकर
जिस ग्रह या बाधा के लिए उसे धारण कर रहे हैं उसकी प्राण प्रतिष्ठा तथा पूजन करवाकर ही धारण करें
तभी वह आशातीत लाभ देता है.
उदाहरण के तौर पर आपने देखा होगा कि एक मूर्तीकार के पास, भगवान राम, मां दुर्गा, हनुमान जी की
अनेकों मूर्तीयां पड़ी रहती हैं पर लोग वहां माथा नहीं टेकते. पर जब यही
मूर्तीयां मंदिर में स्थापित हो जाती हैं तब यह पूजनीय हो जाती हैं.
क्योंकि मंदिर में इन मूर्तीयों की विधिवत पूजा, प्राण प्रतिष्ठा, तथा आवाहन हो जाता है. ठीक
उसी प्रकार कोई भी यंत्र,कवच व रत्न तबतक फायदा नहीं करता जबतक उसका विधिवत पूजन तथा
प्राण प्रतिष्ठा ना की जाए.
तो इन बातों को ध्यान में रखकर व उपर दिए यंत्र कवच तथा रत्नों को धारण कर आप अपनी समस्याओं से छुटकारा पाकर अपने व अपने शुभचिंतकों के साथ खुशी भरा जीवन व्यतीत कर सकते हैं.
भगवान सबका भला करें व सबको खुशीयां प्रदान करें.

 

 

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