लाल धागे में 7 गांठ लगाएं और एक मंत्र बोलते हुए गणेशजी को चढ़ाएं, पूजा के बाद ये धागा अपने पर्स में रख लें, सभी परेशानियां हो सकती हैं खत्म
23 सितंबर को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है। इस दिन घर-घर में विराजित गणेशजी की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। भगवान गणपति प्रथम पूज्य देव हैं और इनकी पूजा से घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। कुछ ऐसे उपाय जो 23 सितंबर से गणेशजी के सामने कर लेंगे तो आपकी कुंडली के सभी दोष दूर हो सकते हैं, बुरे समय से मुक्ति मिल सकती है।
पहला उपाय
परेशानियों को दूर करने के लिए किसी मंदिर में गणेशजी को 4 नारियल की माला बनाकर चढ़ाएं।
दूसरा उपाय
वाणी से संबंधित दोष दूर करने के लिए गणेशजी को 11 केलों की माला बनाकर चढ़ाएं।
तीसरा उपाय
अगर बात-बात पर गुस्सा आता है तो गणेशजी को लाल गुलाब चढ़ाना चाहिए।
चौथा उपाय
गणेशजी उन लोगों पर विशेष कृपा बरसाते हैं, जो अपने माता-पिता की सेवा करता है। इसीलिए दिन की शुरुआत माता-पिता के पैरों का स्पर्श कर करें। माता-पिता के आशीर्वाद से सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
पांचवां उपाय
गणेशजी का ध्यान करते हुए ऊँ गं गणपतयै नमः मंत्र का जाप 108 बार करें।
छठा उपाय
कच्चे लाल धागे में 7 गांठ लगाकर जय गणेश काटो क्लेश कहते हुए गणेशजी को चढ़ाएं, उसके बाद ये धागा पर्स में रखें। ऐसा करने से सभी बाधाओं से आपकी रक्षा हो सकती है।
सातवां उपाय
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए गणपति अथर्वशीर्ष के अंतिम श्लोक का पाठ करें
महाविघ्नात्प्रमुच्यते।। महादोषात्प्रमुच्यते।। महापापात् प्रमुच्यते।
स सर्व विद्भवति स सर्वविद्भवति। य एवं वेद इत्युपनिषद।।
इस श्लोक का पाठ कम से कम 108 बार करें।